मैं, वीरेंद्र सिंह तोमर, आप सभी को मकर संक्रांति और पोंगल की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। ये पर्व हमारे देश की विविधताओं, परंपराओं और एकता का प्रतीक हैं। यह समय है प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने का, एक नई शुरुआत करने का और समाज में सकारात्मक ऊर्जा फैलाने का।
मकर संक्रांति हमारे देश में सूर्य की उत्तरायण यात्रा का प्रतीक है। यह दिन हमें सिखाता है कि जीवन में सकारात्मकता और नई दिशा अपनाना कितना जरूरी है।
● सूर्यदेव की आराधना: मकर संक्रांति पर हम सूर्यदेव को नमन करते हैं, जो हमारे जीवन में ऊर्जा और प्रकाश का स्रोत हैं।
● दान और सेवा का महत्व: इस दिन तिल-गुड़ के साथ दान करने की परंपरा है। यह हमें सिखाता है कि दूसरों की मदद करने से हमें असली सुख और संतोष मिलता है।
● संस्कृति और परंपराएं: पतंगबाजी, तिल-गुड़ की मिठास और आपसी प्रेम हमारे समाज को और भी सशक्त बनाते हैं।
पोंगल दक्षिण भारत का प्रमुख त्योहार है, जो प्रकृति और किसानों के प्रति हमारी कृतज्ञता व्यक्त करता है।
● धान की फसल का उत्सव: पोंगल, नई फसल के आगमन का पर्व है। यह हमें सिखाता है कि किसानों के बिना हमारा जीवन अधूरा है।
● परिवार और समाज का मेल: पोंगल पर समाज के हर वर्ग के लोग साथ मिलकर खुशियां मनाते हैं।
● भोजन का महत्व: पोंगल के विशेष पकवान हमें याद दिलाते हैं कि भोजन केवल हमारी भूख मिटाने का जरिया नहीं, बल्कि यह हमें प्रकृति और मेहनत की कद्र करना सिखाता है।
मकर संक्रांति और पोंगल न केवल परंपराओं का पालन करने का समय है, बल्कि यह एक नई सोच और नए लक्ष्य निर्धारित करने का भी अवसर है।
1. प्रकृति का सम्मान: हमें इस अवसर पर प्रण लेना चाहिए कि पर्यावरण को संरक्षित रखें और प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाकर चलें।
2. किसानों का समर्थन: किसानों की मेहनत को सराहें और उनकी समस्याओं का समाधान करने में योगदान दें।
3. समाज की भलाई: दान और सेवा का यह अवसर हमें सिखाता है कि समाज के कमजोर वर्गों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहें।
आइए, इस मकर संक्रांति और पोंगल पर:
● समाज में प्रेम और सद्भावना फैलाएं।
● परंपराओं और आधुनिकता के बीच संतुलन बनाएं।
● एक-दूसरे की मदद करें और सभी के जीवन में खुशियां भरने का प्रयास करें।
इस पर्व पर मैं, वीरेंद्र सिंह तोमर, आप सभी के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की कामना करता हूं।
● तिल-गुड़ की मिठास आपके रिश्तों में मधुरता लाए।
● सूर्यदेव की कृपा आपके जीवन को प्रकाशमय बनाए।
● प्रकृति और समाज के प्रति आपका समर्पण, इस देश को नई ऊंचाइयों तक ले जाए।
आप सभी को मकर संक्रांति और पोंगल की हार्दिक
शुभकामनाएं!
जय छत्तीसगढ़! जय भारत!