वैसाख पूर्णिमा की संध्या को बुध_पूर्णिमा के अवसर पर महादेव घाट रायपुर में एक बार फिर होने जा रही है खारुन_गंगा_महाआरती
दिनांक 23 मई 2024, गुरुवार को सायं 05 बजे महादेव घाट रायपुर में वैसाख पूर्णिमा की संध्या को #माँ_खारुन_गंगा_महाआरती_महादेव_घाट_जनसेवा_समिति_रायपुर एवं #करणी_सेना_परिवार_छत्तीसगढ़ द्वारा पुनः बनारस की तर्ज पर रायपुर में भक्ति की छटा बिखर गई और रायपुर का महादेव घाट श्रद्धालुओं की भीड़ से सराबोर हो उठा। विगत 01 वर्ष से अधिक समय से हर माह की पूर्णिमा को निरंतर होती आ रही खारुन आरती ने इस माह 19वीं बार अपना प्रभाव समस्त सनातनियों के हृदयों पर जमाया।
इस मास के इस पुनीत सांस्कृतिक महोत्सव का आगाज़ करते हुए रायपुर के प्रसिद्ध भजन सम्राट लल्लू महाराज ने अपनी स्वर लहरियों से आगंतुक श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। तत्पश्चात् सभी ने एक स्वर में भारत की समस्त नदियों को स्वच्छ और सुरक्षित रखने की सौगन्ध ली।
इस बार कि आरती में समता कॉलोनी रायपुर की संस्था श्याम परिवार मित्र मण्डल के पदाधिकारी एवं सदस्य गण आरती के प्रमुख यजमान के रूप में उपस्थित रहे साथ ही छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध कवि पद्मश्री डॉ. सुरेंद्र दुबे की धर्म पत्नी शशि दुबे आरती में सम्मिलित हुईं। प्रशिक्षित ब्राह्मणों द्वारा संकल्प कराकर सम्पूर्ण विधि विधान से खारुन गंगा मैया की पूजा संपन्न कराई गई और सभी उपस्थित श्रद्धालुओं ने संपूर्ण भक्तिभाव से आरती कर खारुन मैया के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की। आरती के पश्चात् समस्त भक्तों को खीर प्रसादी का वितरण किया गया।
मैं शहर के समस्त सनातनी बंधुओं-बहनों से आह्वान करता हूँ कि हिन्दू धर्म की एकता और प्रकृति संरक्षण के उद्देश्य से की जा रही इस आरती में हर महीने सपरिवार उपस्थित होकर अपना अमूल्य योगदान दें और साथ ही खारुन मैया और बाबा हटकेश्वर महादेव का आशीर्वाद प्राप्त कर पुण्यलाभ के भागी भी बनें।
आरती में विशेष रूप से आरती के प्रमुख आचार्य पंडित धीरज शास्त्री जी, प्रमुख संरक्षक श्री रमेश कुमार सिंह जी, संरक्षक श्री बबलू सिंह जी, श्री अखिलेश सिंह जी एवं श्री प्रभात सिंह जी, करणी सेना प्रदेश उपाध्यक्ष श्री ऋषभ सिंह ठाकुर जी, श्री पप्पू सिंह जी, आयोजन समिति से प्रिया सिंह जी, श्री सूर्या वर्मा, श्री कायम सिंह, श्री रोहित सिंह तिरंगा, श्री धरम सिंह, श्री राणा आनंद सिंह, श्री अजय सिंह, लक्ष्मी जी, कार्यकारिणी सदस्य लता सोनी जी एवं मिथिला अग्रवाल जी आदि की उपस्थिति रही