छत्तीसगढ़, जो प्राकृतिक संसाधनों, समृद्ध संस्कृति और मेहनती जनता का प्रतीक है, आज विकास की नई इबारत लिखने को तैयार है। एक ऐसा राज्य जिसे 'धान का कटोरा' कहा जाता है, वह अब कृषि, उद्योग, शिक्षा, स्वास्थ्य और तकनीकी क्षेत्र में अपनी मजबूत पहचान बना रहा है। लेकिन यह विकास यात्रा तभी सार्थक होगी जब इसका लाभ हर व्यक्ति तक पहुँचे और राज्य हर क्षेत्र में प्रगति के नए मानदंड स्थापित करे।
छत्तीसगढ़ प्रदेश को विकास के पथ पर ले जाने के लिए मेरी निम्नलिखित अपेक्षाएँ हैं, जो हर नागरिक की समृद्धि और राज्य की प्रगति सुनिश्चित करेंगी।
छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है। किसानों को आधुनिक तकनीक, गुणवत्ता युक्त बीज, सिंचाई के साधन और सही बाजार उपलब्ध कराना प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके साथ ही, किसानों की आय को दोगुना करने और उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान देने की दिशा में राज्य सरकार को निरंतर प्रयास करना होगा।
शिक्षा किसी भी समाज की नींव होती है। मेरी अपेक्षा है कि छत्तीसगढ़ में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की पहुंच हर गांव और हर बच्चे तक हो। इसके साथ ही, युवाओं के लिए कौशल विकास के प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए जाएं, जो उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद करें।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार छत्तीसगढ़ की प्राथमिकता होनी चाहिए। मेरी इच्छा है कि राज्य के हर व्यक्ति को सस्ती, सुलभ और गुणवत्ता युक्त स्वास्थ्य सेवाएं मिलें। हर गाँव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और हर जिले में सुपरस्पेशलिटी अस्पताल होने चाहिए।
युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना और उन्हें अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रेरित करना राज्य के विकास की दिशा में बड़ा कदम होगा। छत्तीसगढ़ में पर्यटन, आईटी, और स्टार्टअप कल्चर को बढ़ावा देकर रोजगार के नए द्वार खोले जा सकते हैं।
महिलाओं और समाज के कमजोर वर्गों को समान अवसर देना राज्य के विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है। मेरी अपेक्षा है कि छत्तीसगढ़ में महिलाओं की शिक्षा, सुरक्षा और रोजगार के लिए विशेष योजनाएं लागू की जाएं।
छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में नक्सल समस्या विकास में बाधा बन रही है। सरकार और समाज को मिलकर इस समस्या का स्थायी समाधान निकालना होगा ताकि हर क्षेत्र में शांति और प्रगति का माहौल बन सके।
छत्तीसगढ़ में पर्यटन और सांस्कृतिक धरोहर की अपार संभावनाएं हैं। पर्यटन को बढ़ावा देकर राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जा सकता है। ऐतिहासिक स्थलों और स्थानीय कला-शिल्प को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की आवश्यकता है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश को विकास के शिखर तक ले जाने की संभावनाएं अनगिनत हैं। मेरी अपेक्षा है कि यह राज्य एक ऐसा आदर्श मॉडल बने, जहाँ हर नागरिक को समान अवसर मिले, हर क्षेत्र में समृद्धि हो, और हर व्यक्ति गर्व से कह सके कि वह छत्तीसगढ़ का निवासी है।
आइए, मिलकर छत्तीसगढ़ को प्रगति और समृद्धि
के नए युग में ले चलें।