भुजा अठारह शीश नौ काट चुके अवधेश।
गिरा तभी रण भूमि में हो अशक्त लंकेश।।
आप सभी को बुराई पर अच्छाई की विजय के महापर्व विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएँ ।
#दशहरा का पर्व प्रत्येक वर्ष हमें यह स्मरण कराता है कि चाहे पाप के पक्ष में अकूत धन संपदा हो, संख्या बल हो, अस्त्र-शस्त्र हों फिर भी पुण्य के नग्न पग और वल्कल पहने साधारण से मनुष्य के हाथों के कोदण्ड के समक्ष अपना सर्वनाश होने से स्वयं को नहीं बचा पाता। यही शक्ति है उत्तम चरित्र की, यही शिक्षा है जो मर्यादापुरुषोत्तम श्रीराम से हमें ग्रहण करनी चाहिए।